संत हिरदाराम नगर में बुधवार को कॉलेज स्टूडेंट्स ने योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को नेशनल कमीशन ऑफ इण्डियन सिस्टम ऑफ मेडीसिन बिल 2019 में शामिल कराने की मांग को लेकर सत्याग्रह किया। इसके तहत छात्र-छात्राओं ने उपवास के साथ मौन भी रखा। प्रदर्शन में संत हिरदाराम मेडीकल कॉलेज ऑफ नेचुरोपैथी एवं योगिक साइंसेज भोपाल एवं आरोग्य केन्द्र भोपाल के चिकित्सकों, शिक्षको, इंटर्नीस एवं विद्यार्थी शामिल थे।
प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं का कहना है कि प्राकृतिक चिकित्सक न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी मोटापा, शुगर, अस्थीरोग, चर्मरोग आदि विभिन्न बीमारियों से लोगों को बिना रासायनिक दवाओं के स्वस्थ्य करने में लगे हुए है। इन चिकित्सकों की आवश्यकता विश्व भर मे आज भी भरपूर बनी हुई है। प्राकृतिक चिकित्सक आवश्यकता पड़ने पर अथवा त्वरित उपचार हेतु एलोपैथी उपचार देने में भी सक्षम है। इसलिए इन चिकित्सको को भारतीय चिकित्सा पद्धति की मुख्य धारा में जोड़े रखना आवश्यक है। हाथों में तख्ती, बेपर-पोस्टर लेकर शांतिपूर्ण तरीके से विद्यार्थियों ने कॉलेज परिसर में ही प्रदर्शन किया। इस दौरान कॉलेज के टीचर्स भी मौजूद थे।